- जो कभी मेरा “Password” था, ^_^ आज उसके पास मेरे लिए कोई “Word” नहीं है…
- उन्हे हम याद आते है मगर फुर्सत के लम्हों में, मगर ये बात भी सच है की उन्हे फुर्सत नहीं मिलती..
- दे दिया “इश्क़” की नौकरी से “इस्तीफा”…..कि अभी उम्र नहीं इतने ग़म उठाने की….
- दर्द बनकर ही रह जाओ हमारे साथ … सुना है दर्द बहुत वक़्त तक साथ रहता है।
No comments:
Post a Comment
hi please dailly visit this blog and subcribe fo r new posts
thankyou